हसने के लिए इंसाँ की जरुरत नही होती ।शैतान की इस दौर मे मूरत नहीं होती ।
This is part 1 of our 2 lines sad poetry collection. We tried to do justice with this …
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हसने के लिए इंसाँ की जरुरत नही होती ।
ReplyDeleteशैतान की इस दौर मे मूरत नहीं होती ।